गुलाब घर के अंदर लगाने के लिए उत्तम माने जाते हैं। यह न केवल आसानी से उगाए जा सकते हैं बल्कि इनकी देखभाल भी करना आसान होती है। अगर आपको भी गुलाब अपने घर के अंदर लगाने का शौक है तो दिए गये टिप्स को अपना कर घर को ताज़गी से भर दीजिए।
गुलाब सदियों से सौन्दर्य व प्रेम की अभिव्यक्ति के लिए सारे संसार में प्रसिद्ध है। अन्य पुष्प इसके अनुपम सौन्दर्य एवं मधुरगुणों की तुलना में पीछे रह गए है। इसलिए यह सारे विश्व में पसंद किया जता है। भारत में इसे पूजा के लिए इस्तेमाल करने के साथ-साथ मालाओं में, गुलदस्ता में, महिलाओं द्वारा जुड़े बाँधने में, पुष्प विन्यास में, गुलाब जल, इत्र तथा गुलकन्द बनाने में उपयोग करते हैं।
गुलाब के फूलों रंगो की विविधता, उसके आकार, सुगंध, पौधों की वृद्धि, फूलों के धीरे-धीरे खिलने के गुण एवं ज्यादा देर तक खिला रहने की क्षमता के कारण कट-फ्लावर के रूप में इसकी माँग देश एवं विदेश के बाजारों में दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसके उत्पादन, खपत एवं व्यवसाय के कारण कट-फ्लावर में इसका स्थान सबसे ऊपर है। भारत में इसकी खेती आर्थिक रूप से फायदेमंद हो गयी है।
गुलाब सदियों से सौन्दर्य व प्रेम की अभिव्यक्ति के लिए सारे संसार में प्रसिद्ध है। अन्य पुष्प इसके अनुपम सौन्दर्य एवं मधुरगुणों की तुलना में पीछे रह गए है। इसलिए यह सारे विश्व में पसंद किया जता है। भारत में इसे पूजा के लिए इस्तेमाल करने के साथ-साथ मालाओं में, गुलदस्ता में, महिलाओं द्वारा जुड़े बाँधने में, पुष्प विन्यास में, गुलाब जल, इत्र तथा गुलकन्द बनाने में उपयोग करते हैं।
पीला ,नारंगी पीला ,गुलाबी ,लाल ,सफेद ,मिश्रित रंग
अलग अलग प्रकार के गुलाब, लेकिन सबसे लोकप्रिय में से एक है जो सार्वभौमिक है सभी में रंग है, जो सबसे ज्यादा मांग बाजार में
कैसे विकसित करने के लिए गुलाब काटने के द्वारा
पहले हमें एक गुलाब के दाल को काट लेना चाहिए फिर उसके बाद उसको नीचे से 90 डिग्री में काटकर उसमें मध्य लगाकर या उसमें कोकोपीट लगाकर उसे मिट्टी में गाड़ दें या फिर अपने गमले में गाड़ दें उसके बाद उसको थोड़ा थोड़ा पानी दें प्रतिदिन ताकि उसमें नमी बनी रहे और यह में जनवरी से फरवरी के मौसम या फिर बरसात के मौसम में करना चाहिए ताकि उसमें नमी बने रहें और मौसम में भी नमी रहेयदि मौसम में नमी नहीं रहेगी तो हमारे पौधे इफेक्ट पड़ेगा जिससे पौधे खराब भी हो सकते हैं
गुलाब के दाल लगाने के बाद लगभग 10 से 15 दिन तक उसे गमले में ही रहने दें उसके बाद उसको निकालकर अपने जहां पर उसे लगाना है वहां पर उसे लगा दे या फिर वही तो उसे छोड़ भी सकते हैं
गुलाब की दाल सिर्फ देहाती जो गुलाब होते हैं सिर्फ उसके ही डाल लगते हैं अंग्रेजी गुलाब का दाल नहीं लगता है
बात है कि हम गुलाम में से कौन सा फर्टिलाइजर खाद डालें जिससे हमारे पौधे बहुत अच्छे हो
हां तो हम लोग अपने घर पर भी बना सकते हैं जैसे सब्जियों को जब काटते हैं तो उससे निकलने वाला पदार्थ है या गोबर यह सब को मिक्स करके हम लोग गुलाब में उसे खाद बनाकर गुलाब में डाल सकते हैं
गुलाब के लिए सबसे अच्छा प्लाइजर होता है वह है हमारा यूज़ किया हुआ चाय पत्ती जो हम चाय बनाने के द्वारा चाय पत्ती क्यों करते हैं और उसको हम लोग अधिकतर लोग फेक देते हैं लेकिन उसे फेंकना नहीं चाहिए उसे धूप में सुखाकर उसे एक मुट्ठी अपने गुलाब के पौधों में डालने ताकि उसके गुलाब की क्वालिटी अच्छी हो और वह ज्यादा से ज्यादा विकसित करें
गुलाब में ज्यादा से ज्यादा फूल पाने के लिए हमें उसे बराबर मतलब कि हमेशा उसे काटना चाहिए जिससे उसकी बढ़ने की प्रक्रिया हो ज्यादा हो जाती है और हमें फूल भी ज्यादा मात्रा में देती है या हम कर सकते हैं बरसात के मौसम में जैसे ही बरसात शुरुआत होती है वैसे ही हम गुलाब के डालियों को काट देता कि उसमें अक्टूबर तक नया पौधे लग जाएं उससे हमारे गुलाब बहुत अच्छे और सुंदर दिखेंगे
आजकल मार्केट में एक के काले गुलाब से प्रसिद्ध है लेकिन वह काले नहीं होती सिर्फ उसकी पंखुड़िया काले होती है बाकी सब उसका पंखुड़ी है लाल होते हैं वह ब्लैक रोज से फेमस है जो मार्केट में जल्दी नहीं मिल पाती है वह हमें नर्सरी से लेनी पड़ती है और उसे सजाने के लिए भी बहुत काम आते हैंगुलाब में ज्यादा से ज्यादा फूल पाने के लिए हमें उसे बराबर मतलब कि हमेशा उसे काटना चाहिए जिससे उसकी बढ़ने की प्रक्रिया हो ज्यादा हो जाती है और हमें फूल भी ज्यादा मात्रा में देती है या हम कर सकते हैं बरसात के मौसम में जैसे ही बरसात शुरुआत होती है वैसे ही हम गुलाब के डालियों को काट देता कि उसमें अक्टूबर तक नया पौधे लग जाएं उससे हमारे गुलाब बहुत अच्छे और सुंदर दिखेंगेगुलाब में ज्यादा से ज्यादा फूल पाने के लिए हमें उसे बराबर मतलब कि हमेशा उसे काटना चाहिए जिससे उसकी बढ़ने की प्रक्रिया हो ज्यादा हो जाती है और हमें फूल भी ज्यादा मात्रा में देती है या हम कर सकते हैं बरसात के मौसम में जैसे ही बरसात शुरुआत होती है वैसे ही हम गुलाब के डालियों को काट देता कि उसमें अक्टूबर तक नया पौधे लग जाएं उससे हमारे गुलाब बहुत अच्छे और सुंदर दिखेंगेगुलाब में ज्यादा से ज्यादा फूल पाने के लिए हमें उसे बराबर मतलब कि हमेशा उसे काटना चाहिए जिससे उसकी बढ़ने की प्रक्रिया हो ज्यादा हो जाती है और हमें फूल भी ज्यादा मात्रा में देती है या हम कर सकते हैं बरसात के मौसम में जैसे ही बरसात शुरुआत होती है वैसे ही हम गुलाब के डालियों को काट देता कि उसमें अक्टूबर तक नया पौधे लग जाएं उससे हमारे गुलाब बहुत अच्छे और सुंदर दिखेंगे
गुलाब का उपयोग अब कुछ ही दिनों में वैलेंटाइन डे आने वाला है जिसमें हमें गुलाब के ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लोग उसे मांगते हैं
कैसे विकसित करने के लिए गुलाब काटने के द्वारा
पहले हमें एक गुलाब के दाल को काट लेना चाहिए फिर उसके बाद उसको नीचे से 90 डिग्री में काटकर उसमें मध्य लगाकर या उसमें कोकोपीट लगाकर उसे मिट्टी में गाड़ दें या फिर अपने गमले में गाड़ दें उसके बाद उसको थोड़ा थोड़ा पानी दें प्रतिदिन ताकि उसमें नमी बनी रहे और यह में जनवरी से फरवरी के मौसम या फिर बरसात के मौसम में करना चाहिए ताकि उसमें नमी बने रहें और मौसम में भी नमी रहेयदि मौसम में नमी नहीं रहेगी तो हमारे पौधे इफेक्ट पड़ेगा जिससे पौधे खराब भी हो सकते हैं
गुलाब के दाल लगाने के बाद लगभग 10 से 15 दिन तक उसे गमले में ही रहने दें उसके बाद उसको निकालकर अपने जहां पर उसे लगाना है वहां पर उसे लगा दे या फिर वही तो उसे छोड़ भी सकते हैं
गुलाब की दाल सिर्फ देहाती जो गुलाब होते हैं सिर्फ उसके ही डाल लगते हैं अंग्रेजी गुलाब का दाल नहीं लगता है
हां तो हम लोग अपने घर पर भी बना सकते हैं जैसे सब्जियों को जब काटते हैं तो उससे निकलने वाला पदार्थ है या गोबर यह सब को मिक्स करके हम लोग गुलाब में उसे खाद बनाकर गुलाब में डाल सकते हैं
गुलाब के लिए सबसे अच्छा प्लाइजर होता है वह है हमारा यूज़ किया हुआ चाय पत्ती जो हम चाय बनाने के द्वारा चाय पत्ती क्यों करते हैं और उसको हम लोग अधिकतर लोग फेक देते हैं लेकिन उसे फेंकना नहीं चाहिए उसे धूप में सुखाकर उसे एक मुट्ठी अपने गुलाब के पौधों में डालने ताकि उसके गुलाब की क्वालिटी अच्छी हो और वह ज्यादा से ज्यादा विकसित करें
गुलाब का उपयोग अब कुछ ही दिनों में वैलेंटाइन डे आने वाला है जिसमें हमें गुलाब के ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लोग उसे मांगते हैं
Plantationar.blogspot.com
No comments:
Post a Comment